इंटरनेट डेस्क। भारतीय जनता पार्टी के नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस द्वारा अपनी सरकार को गिरने से बचाने की संभावना बहुत ही कम नजर आ रही है। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में 162 विधायकों की परेड करवा कर इस बात को सही साबित करने का प्रयास किया।
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तीनों ही दलों ने प्रकार दावा कर दिया है कि भाजपा बहुमत हासिल नहीं कर सकती। अब वर्तमान हालात को देखते हुए भाजपा के पास सरकार बचाने के लिए दो विकल्प हैं।
पहले विकल्प के अनुसार, एनसीपी के कम से कम 36 विधायक उप मुख्यमंत्री अजित पवार के साथ आएं। इससे एक गुट बन सकता है। जिससे भाजपा को बहुमत मिलने के साथ ही दल-बदल कानून से भी बचा जा सकता है।
अब इस मांग पर अड़ी हुई है शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस
दूसरे विकल्प के अनुसार भारतीय जनता पार्टी को बहुमत की संख्या को नीचे लाना होगा। इसके लिए उसे बहुत सारे विधायकों को वोटिंग से रोकना होगा।
बताया जा रहा है भाजपा के पास अभी 122 विधायकों का ही समर्थन प्राप्त है। जबकि बहुमत का आंकड़ा 145 है। इस प्रकार उसे बहुमत की संख्या हासिल करने के लिए 46 विधायकों को वोटिंग से रोकना होगा।