Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार जानिए तुलसी के पौधे से जुड़े नियम !

आपने देखा होगा कि आपको हर भारतीय घर में तुलसी का पौधा आसानी से देखने को मिल जाता है क्योंकि आयुर्वेद के साथ-साथ तुलसी के पौधे की धार्मिक मान्यता भी काफी ज्यादा है। और हमारे हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को तुलसी माता भी कहा जाता है वास्तु शास्त्र में तुलसी के पौधे को लेकर कई नियम बताए गए हैं जिनको अपनाकर तुलसी के पौधे की देखरेख मैं खास ध्यान रखा जाता है खासकर तुलसी के पौधे को छूते वक्त। तुलसी के पौधे को लेकर कहा जाता है कि इसको छोड़ने से पहले आपको कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए आइए जानते हैं इस लेख के माध्यम से तुलसी के पौधे से जुड़े नियमों के बारे में -
* सूर्यास्त के बाद ना छुए तुलसी के पौधे को :
आपने बड़े बुजुर्गों से अक्सर यह बात कहते सुना होगा कि रात के समय पेड़ पौधों को पानी नही देना चाहिए और तोड़ना भी नही चाहिए। तुलसी के पौधे को लेकर ऐसा कहा जाता है कि सूर्यास्त के बाद इस पौधे को छूना नहीं चाहिए तथा तुलसी के पौधे को कभी भी गंदे हाथों से छूने की गलती ना करें अपने हाथों को अच्छी तरह धोने के बाद ही तुलसी के पौधे को छूना चाहिए तुलसी के पौधे की पूजा हमेशा नहाने के बाद ही करें।
* तुलसी का पौधा लगाने के लिए शुभ दिन और समय :
अगर आप भी अपने घर में तुलसी का पौधा लगाने का प्लान कर रहे हैं तो इसके लिए आपको दिन और समय का खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार गुरुवार का दिन तुलसी के पौधे को अपने घर में लगाने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है कहा जाता है कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है क्योंकि तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय होती है इसलिए गुरुवार के दिन इसे अपने घर में लगाना शुभ माना जाता है।
* इस तरह लगाए तुलसी का पौधा :
वास्तु शास्त्र के अनुसार कभी भी आपको तुलसी के पौधे को प्लास्टिक के गमले में नहीं लगाना चाहिए वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को हमेशा मिट्टी के गमले में ही लगाना शुभ माना जाता है। और इसके साथ ही तुलसी के गमले पर हल्दी और नींबू के मिश्रण से श्री कृष्णा लिखना भी बहुत शुभ माना जाता है।