Vastu Tips: उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए ऐसा, नहीं तो झेलनी पड़ेगी परेशानियां

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इंटरनेट डेस्क। वास्तु शास्त्र में प्रत्येक दिशा का अपना महत्व है। आज हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं कि कौनसी दिशा वास्तु शास्त्र के हिसाब से बहुत ही महत्वपूर्ण होती है और इस दिशा में क्या नहीं होना चाहिए। 

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वास्तु शास्त्र के हिसाब से ईशान कोण यानी कि उत्तर-पूर्व दिशा देवताओं की दिशा मानी जाती है। इसी कारण इस दिशा का अपना विशेष महत्व है। हम आपको बताने जा रहे हैं कि इस दिशा में किन चीजों को रखना शुभ होता है और किन्हें भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। इस दिशा में शौचालय नहीं होना चाहिए।

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जबकि इस दिशा से सटा हुआ किचन होने से परिवार के सदस्यों को वंश वृद्धि की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा होने से फालतू खर्च में इजाफा होता है जबकि परिवार की महिलाओं का स्वास्थ्य बिगड़ता है। तिजोरी होने से भी फालतू खर्च बढ़ता है। ईशान कोण यानी कि उत्तर-पूर्व दिशा में पूजाघर, बालकनी ,बरामदा, भूमिगत टंकी, नलकूप, स्वागत कक्ष आदि होना बहुत ही शुभ रहता है।