Vastu Tips: जीवन में आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए वास्तु शास्त्र के इन नियमों का रखें ध्यान !

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मानव जीवन में वास्तु शास्त्र का बहुत महत्व माना जाता है क्योंकि वास्तु शास्त्र में मानव जीवन में आने वाले हर छोटी से छोटी समस्या के समाधान के लिए कई नियम और उपाय बताए गए हैं। मानव के लिए वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है क्योंकि इन नियमों का पालन ना करने पर आपको अपनी मेहनत का फल नहीं मिल पाता है वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर बनाते समय आपको अपने कमरों की उचित दिशा का ध्यान रखना बहुत जरूरी है वास्तु शास्त्र में चार प्रमुख विषय और उनके बीच में चार कोणों के बारे में बताया गया है और वास्तु शास्त्र में आकाश और पाताल को भी एक दिशा का स्थान दिया गया है इस तरह से वास्तु शास्त्र में कुल मिलाकर 10 दिशाएं बताई गई है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं कि घर में किस सामान को किस दिशा में रखना चाहिए। आइए जानते है -

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* वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दशा माना जाता है ऐसे में आपको धन रखने वाली जगह इसी दिशा में बनानी चाहिए या फिर तिजोरी को हमेशा उत्तर दिशा में ही रखना चाहिए।


* अग्निदेव को आग्नेय कोण का स्वामी माना जाता है। यह कौन दक्षिण और पूर्व दिशा के बीच में स्थित होता है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर का रसोई या किचन इस दिशा में ही बनाना चाहिए इस दिशा में किचन को शुभ माना जाता है। 

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* वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर और पश्चिम दिशा के बीच की जगह को वायव्य कोण कहा जाता है। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि बेडरूम को हमेशा इस दिशा में ही बनाना चाहिए इस दिशा में बेडरूम को बनाना शुभ माना जाता है। वायव्य कोण का स्वामी पवन देव को माना जाता है।


* वास्तु शास्त्र में ईशान कोण को काफी महत्व दिया गया है ईशान कोण के स्वामी रूद्र माने जाते हैं वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि इस दिशा में मंदिर बनाना बहुत शुभ माना जाता है आपको बता दें कि उत्तर पूर्व दिशा के बीच के कोण को ही ईशान कोण कहा जाता है।


* वास्तु शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा का स्वामी इंद्रदेव को बताया गया है सूर्योदय के कारण यह दिशा बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है इसलिए वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि पूर्व दिशा को हमेशा खुला और साफ रखना चाहिए ऐसा करने से आपके घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। पूर्व दिशा से जुड़े वास्तु दोष होने पर आपके परिवार के सदस्यों में मानसिक तनाव की समस्या होने लगती है।