धर्म डेस्क। हमारे देश को त्यौहारों का देश कह जाता है वह इसलिए क्योंकी यहां हर महीने कोई न कोई त्यौहार आता ही रहता है। आज मकर संक्रांती का त्यौहार है जो कि बडे ही हर्षो उल्लास के साथ मनाया जा रहा है इसी के साथ भारत में कुंभ का पर्व भी शुरु हो गया है आपको बता दें कि कुंभ एक ऐसा पर्व है जिसमें करोड़ों श्रद्धालु एकत्र होते है और जहां पर प्रयाग, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक इनमें से जहां पर कुंभ मेले का आयोजन होता है वहां पर स्नान करते हैं।
आपको बता दें कि इस बार कुंभ के मेले का आयोजन हरिद्वार में हुआ है इस मेले का मकर संक्रांती के शुभ अवसर पर इसकी शुरुआत हो गई है आज कुंभ मेले का पहला शाही स्नान हो रहा है अब आपको बता दें कि आगे कितने शाही स्नान होगे गुरुवार, 11 फरवरी मौनी अमावस्या, मंगलवार, 16 फरवरी बसंत पंचमी, शनिवार, 27 फरवरी माघ पूर्णिमा, मंगलवार, 13 अप्रैल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, बुधवार, 21 अप्रैल राम नवमी, 27 अप्रैल बैसाख पूर्णिमा को होगा और वैशाख पूर्णिमा 26 मई बुधवार को कुंभ का अंतिम स्नान होगा।
अब आपको बता दें की सनातन धर्म में कुंभ मेले को बहुत ही बडा सम्मान प्राप्त है माना जाता है की कंभ के मेले में जितने भी संत होते है वह सभी एक स्थान पर आते है इस मेले में जो संत कभी नहीं दिखते वह भी कंभ में स्नान करने के लिए जरुर आते है और यह मान्यता है कि कंभ में स्नान करने से व्यक्ती के सारे पाप समाप्त हो जाते हैं।