धर्म डेस्क। सनातन धर्म में जगत जननी मां आदिशक्ती सती का विशेष महत्व है भारत में देवी मां के 51 शक्तिपीठ हैं जहां पर मां सती के अंग गिरे थे उनमें से एक है ज्वाला देवी यहां पर मां सती की जीभ आकर गिरी थी।
यह हिमाचल प्रदेश में स्थित है जिसे ज्वाला देवी के रुप में जाना जाता है यहां पर हमेशा नौ ज्योत जलती रहती है जो कभी भी बंद नहीं होती सदीयों से यह ज्योत एसे ही जल रही हैं यहां पर हर साल कई लोग मां के दर्शन करने के लिए आते है।
यहां पर मंदीर के पास एक कुड भी स्थित है जिसका नाम गोरख डिब्बी.’ है इस कुंड को देखने पर एसा लगता है की इस कुड का जल गर्म होकर खौल रहा है लेकिन अगर आप इसमें हाथ डालकर इसे देखते है तो यह पानी ठंडा रहता है।
इस कुंड के बारे में एक कथा बहुत ज्यादा प्रचलित है बताया जाता है की मां सती के अनन्य भक्त गोरखनाथ मां की बहुत पूजा करते थे एक दिन उन्होंने मां से कहा की मां में भिक्षा लेने बाहर जा रहा हूं आप तब तक पानी गर्म किजिए इतना कहकर वह वहां से चले गए और अब तक लौट कर नहीं आए तब से मां अपने पुत्र गोरखनाथ का इंतजार कर रही हैं। जिसके चलते यह पानी भी खौलता हुआ दिखता है।