Iran-Israel War: भारत ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन, ईरान से निकाले गए 100 से ज्यादा भारतीय, भेजा गया आर्मेनिया

इंटरनेट डेस्क। ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध का आज पांचवा दिन है और वहां कई दूसरे देशों के नागरिक भी फंसे हुए है। लगातार बमबारी हो रही हैं, ड्रोन अटैक हो रहे हैं और तनाव बढ़ रहा है। इस बीच भारत ने एक बड़ा कदम उठाया है, सरकार ने ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों और छात्रों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब हजारों भारतीय वहां मुश्किल हालातों में फंसे हुए हैं और युद्ध लगातार तेज हो रहा है।

भारत ने शुरू की निकासी
मीडिया रिपोटर्स की माने तो भारतीय नागरिकों का पहला जत्था मंगलवार रात ईरान से आर्मेनिया सीमा पार पहुंचा। इस जत्थे में लगभग 110 लोग शामिल हैं, यह प्रक्रिया भारत सरकार और ईरान के बीच बातचीत के बाद शुरू की गई है। भारत ने ईरान से करीब 10,000 छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए मदद मांगी थी। ईरानी सरकार ने इस पर सहमति जताई और कहा कि उसका हवाई क्षेत्र बंद है, इसलिए भारतीय नागरिक जमीनी रास्तों से अज़रबैजान, तुर्कमेनिस्तान और अफगानिस्तान की ओर जा सकते हैं।
 

की गई विशेष बसों की व्यवस्था

भारतीय दूतावास ने तेहरान से छात्रों को बाहर निकालने के लिए विशेष बसों की व्यवस्था की। तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज, इस्लामिक आजाद यूनिवर्सिटी और ईरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज से सभी भारतीय छात्रों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा चुका है। उधर, उर्मिया यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज से भी छात्रों को सुरक्षित स्थानों की ओर भेजने का कार्य जारी है। तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने 15 जून को एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें वहां रह रहे सभी भारतीय नागरिकों और प्रवासी भारतीयों से कहा गया है कि वे दूतावास के संपर्क में रहें, बिना जरूरत के बाहर न निकलें और दूतावास के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अपडेट लेते रहें।

pc- theconversation.com