Rajasthan Assembly Elections: भरतपुर में गहलोत के चार मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर, भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर की संभावना

इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए प्रदेश के दो प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा अपनी रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। राजस्थान में कई जिले ऐसे हैं जहां पर इस बार दोनों ही पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलने की उम्मीद है। इन्हीं में एक जिला भरतपुर है। यहां की सात विधानसभा सीटों पर दोनों ही पार्टियों के बीच कांटे का मुकाबला होने के आसार है।
भरतपुर से अशोक गहलोत सरकार के चार मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। यहां पर कांग्रेस को बहुजन समाज पार्टी से झटका लग सकता है। माना जा रहा है इस चुनाव में गहलोत के मंत्री विश्वेंद्र सिंह, भजनलाल जाटव, सुभाष गर्ग और जाहिदा बैगम की राह आसान नहीं है।
इन चारों मंत्रियों से इस बार भारतीय जनता पार्टी से कड़ी चुनौती मिलने की संभावना है। गत विधानसभा चुनाव भरतपुर से बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था। राजनीतिक विश्वलेषकों की मानें तो भरतपुर में इस बार कांटे का मुकाबला होने की संभावना है। भरतपुर में मंत्रियों की कार्यकर्ताओं और आमजन से दूरी को इसका कारण मना जा रहा है।