SBI और HDFC से भी सस्ता होम लोन, ये बैंक दे रहे हैं कम ब्याज दरों पर लोन
- byrajasthandesk
- 27 Feb, 2025

सस्ते होम लोन का शानदार मौका: अगर आप होम लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह आपके लिए अच्छा अवसर हो सकता है। कई सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक SBI और HDFC से भी कम ब्याज दरों पर होम लोन की पेशकश कर रहे हैं। इन बैंकों में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं।
सस्ते होम लोन की सुविधा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 0.25% की कटौती किए जाने के बाद इन बैंकों ने ब्याज दरों में कमी की है, जिससे घर खरीदने की योजना बना रहे लोगों के लिए किफायती लोन विकल्प उपलब्ध हुए हैं।
SBI और HDFC का होम लोन रेट
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने फ्लोटिंग होम लोन रेट में 0.25% की कटौती की है, जिससे यह अब 8.25% ब्याज दर पर होम लोन उपलब्ध करा रहा है। यह दर प्राइवेट सेक्टर के HDFC और ICICI बैंक की तुलना में कम है, जहां ब्याज दर 8.75% से शुरू होती है।
किन बैंकों से मिलेगा सस्ता होम लोन?
बैंक का नाम | ब्याज दर (वार्षिक) |
---|---|
SBI | 8.25% से शुरू |
HDFC | 8.75% से शुरू |
Axis Bank | 8.75% से शुरू |
कोटक महिंद्रा | 8.75% से शुरू |
ICICI बैंक | 8.75% से शुरू |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | 8.10% से शुरू |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | 8.10% से शुरू |
बैंक ऑफ बड़ौदा | 8.15% से शुरू |
पंजाब नेशनल बैंक | 8.15% से शुरू |
केनरा बैंक | 8.15% से शुरू |
होम लोन EMI कैलकुलेशन
यदि कोई व्यक्ति यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 50 लाख रुपये का होम लोन 20 वर्षों के लिए लेता है, तो उसकी मासिक EMI ₹42,133 होगी। इसी तरह, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भी 8.1% ब्याज दर पर होम लोन दे रहा है। वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक भी 8.15% ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करा रहे हैं, जहां 20 साल के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन लेने पर EMI ₹42,289 होगी।
प्राइवेट बैंकों की ब्याज दरें
प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में HDFC बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और ICICI बैंक 8.75% की ब्याज दर पर होम लोन ऑफर कर रहे हैं। इस दर पर 20 साल के लिए 50 लाख रुपये का लोन लेने पर मासिक EMI ₹44,185 होगी।
होम लोन ब्याज दरों पर अंतिम फैसला कैसे होता है?
बैंक द्वारा दी जाने वाली होम लोन की फाइनल ब्याज दर ग्राहक के क्रेडिट स्कोर और अन्य कारकों के आधार पर तय की जाती है। इसलिए, बेहतर क्रेडिट स्कोर वाले ग्राहकों को कम ब्याज दरों पर लोन मिलने की संभावना अधिक होती है।