CJI: गवई ने रिटायरमेंट से पहले कहा, वह बौद्ध धर्म का पालन करते हैं, लेकिन सभी धर्मों में रखते हैं...
- byShiv
- 21 Nov, 2025
इंटरनेट डेस्क। भारत के चीफ जस्टिस बीआर गवई 23 नवंबर को रिटायर होने जा रहे है। इस बीच उन्होंने गुरुवार को अपने फेरवेल में कहा कि वह बौद्ध धर्म का पालन करते हैं, लेकिन वह वास्तव में एक धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति हैं जो सभी धर्मों में विश्वास रखते हैं। सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक विदाई समारोह में बोलते हुए बीआर गवई ने अपना आभार व्यक्त किया और कहा कि देश की न्यायपालिका ने उन्हें बहुत कुछ दिया है।
क्या कहा गवई ने
मीडिया रिपोटर्स की माने तो बीआर गवई का शुक्रवार को आखिरी कार्य दिवस होगा। बीआर गवई ने कहा, “मैं बौद्ध धर्म का पालन करता हूं, लेकिन मुझे धार्मिक पढ़ाई या धर्म से जुड़ी गहरी जानकारी ज़्यादा नहीं है। मैं वास्तव में धर्मनिरपेक्ष हूं और मैं हिंदू धर्म, सिख धर्म, इस्लाम, ईसाई धर्म, सबमें विश्वास रखता हूं। मैंने यह अपने पिता से सीखा है। वह धर्मनिरपेक्ष और डॉ. आम्बेडकर के ज्ञानयुक्त अनुयायी थे।
बताया कैसे पहुंचे यहां तक
जानकारी के अनुसार बीआर गवई ने कहा कि वह केवल डॉ. आम्बेडकर और संविधान की वजह से ही इस वर्तमान पद तक पहुंच पाए। उन्होंने कहा, “अन्यथा, मुझे नहीं लगता कि किसी नगरपालिका के स्कूल में जमीन पर बैठकर पढ़ने वाला कोई भी लड़का कभी इसका सपना देख सकता था। मैंने भारतीय संविधान के चार आधारभूत सिद्धांतों न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के अनुसार जीने की कोशिश की है।
PC- AAJ TAK






