Honeymoon Murder Case: अगर प्लान A हो जाता फेल तो राजा को मारने के लिए प्लान B भी था तैयार, जानें क्या था कातिलों का आगे का प्लान
- byvarsha
- 11 Jun, 2025

pc: anandabazar
अगर सोनम राजा को मारने में विफल भी हो जाते तो भी उसने सकी मौत सुनिश्चित करने का दूसरा तरीका सोच रखा था। वह प्लान 'बी' क्या था? जांचकर्ता पूछताछ के दौरान उस प्लान के बारे में जानकर चौंक गए।
सूत्रों के अनुसार, सोनम शादी के बाद 15 मई को अपने पिता के घर चली गई। उसने चार दिन के भीतर राजा को मारने की योजना बनाई। सोनम ने अपने 'प्रेमी' राज और उसके तीन दोस्तों को बुलाया। इसके बाद उन्होंने एक कैफे में बैठकर राजा को मारने का 'ब्लूप्रिंट' भी तैयार किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उस कैफे में यह तय हुआ कि अगर किसी कारण से राजा को मारने की पहली योजना विफल हो जाती है तो उसकी मौत सुनिश्चित करने के लिए अगला कदम क्या होगा।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोनम ने तय किया था कि अगर उसके 'प्रेमी' के दोस्त (जिन्हें 20 लाख रुपये की रिश्वत दी गई थी) उसे नहीं मार पाए तो वह किसी बहाने से राजा को एक पहाड़ी के किनारे ले जाएगी और धक्का देकर भाग आएगी। पुलिस को यह भी पता चला है कि सोनम ने राजा को अपने करीब न आने देने के लिए जगह-जगह घूमने की योजना बनाई थी। उसने ये भी सोचा कि बाहर जाने से उसे राजा को मारने का मौका भी मिल जाएगा। सोनम ने राजा को मना लिया और उसे इस योजना के साथ गुवाहाटी ले गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार राजा के मोबाइल पर कई 10 रुपए के नोटों के नंबर मिले हैं। जांचकर्ता इस बात का जवाब तलाश रहे हैं कि उस नोट का नंबर उसके मोबाइल पर क्यों है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में हत्या की बात कबूल की है। इसके बाद उन्होंने उसके शव को शिलांग में एक गहरी खाई में फेंक दिया। शिलांग पुलिस सोनम से लगातार पूछताछ कर रही है। हालांकि, पुलिस के लिए चौंकाने वाली बात यह है कि राजा की हत्या करने के बाद सोनम इंदौर गई थी। वह राज से भी मिली थी। लेकिन सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर कैसे गई? क्या वह इंदौर से वहां गई थी? क्या उसने घटना से ध्यान भटकाने के लिए यह योजना बनाई थी?
पुलिस का मानना है कि पूरी घटना को अंजाम दिया गया था। यह पुलिस को भ्रमित करने की साजिश है। हालांकि सोनम ने बार-बार दावा किया है कि उसने राजा की हत्या नहीं की है। हालांकि, उसके चार साथियों ने हत्या की बात कबूल की है। आरोपियों ने पुलिस को यहां तक बताया कि राजा की हत्या सोनम के आदेश पर ही की गई थी।
राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। वे 19 मई को मेघालय में हनीमून पर गए थे। 23 मई को राजा और सोनम अचानक गायब हो गए। 2 जून को राजा का शव सोहरा (चेरापूंजी) के पास बरामद हुआ। उसका शव बरामद होने के बाद भी सोनम का कोई पता नहीं चला। शिलांग पुलिस ने कई टीमें बनाकर तलाशी अभियान चलाया था। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल भी सोनम की तलाश कर रहे थे। इस तलाशी अभियान के दौरान पुलिस को दोनों के अंतिम ठिकाने की पहचान हुई। वे 23 मई को मवाखियात गांव से नोंग्रिया गए थे। पुलिस ने एक स्थानीय गाइड का बयान हासिल किया। अल्बर्ट पेड नाम के गाइड ने कहा कि सोनम के साथ तीन हिंदी भाषी पर्यटक भी थे। और यहीं से पुलिस का शक और मजबूत हो गया उस सूचना के आधार पर राज के तीन दोस्तों विशाल, आकाश और आनंद को 8 जून को उत्तर प्रदेश के इंदौर और मध्य प्रदेश के सागर से गिरफ्तार किया गया। उसके बाद राज को गिरफ्तार किया गया। सोनम को भी 9 जून को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया।