जल्दी करोड़पति बनना है? NPS और PPF में कौन सा विकल्प बेहतर है, जानें पूरा कैलकुलेशन

एक सही निवेश योजना चुनना हर व्यक्ति के लिए एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण निर्णय है। नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) जैसी योजनाएं निवेश के लिए दो प्रमुख विकल्प हैं। दोनों में गारंटीड रिटर्न और लॉन्ग-टर्म सेविंग्स की संभावनाएं हैं, लेकिन इनमें से कौन सा विकल्प बेहतर है? आइए इन दोनों योजनाओं को समझें।

 

NPS योजना में निवेश और संभावित रिटर्न

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) लंबी अवधि के लिए एक लाभदायक योजना मानी जाती है। उदाहरण के लिए:

  • यदि आप सालाना 10,000 रुपए का निवेश करते हैं और इसे 18 वर्षों तक जारी रखते हैं, तो आपकी कुल जमा राशि 5 लाख रुपए होगी।
  • एनपीएस योजना औसतन 10% सालाना रिटर्न देती है।
  • यह राशि 60 वर्ष की उम्र तक बनाए रखने पर कुल फंड वैल्यू लगभग 2.75 करोड़ रुपए तक हो सकती है।

निकासी के नियम:

  1. यदि फंड की राशि 2.5 लाख रुपए से कम है, तो पूरी निकासी संभव है।
  2. यदि फंड 2.5 लाख रुपए से अधिक है, तो 20% राशि निकाली जा सकती है, और शेष 80% राशि से एन्युटी खरीदनी होगी, जिससे पेंशन के रूप में नियमित आय प्राप्त होती है।

 

PPF योजना में निवेश और संभावित रिटर्न

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) एक सुरक्षित और स्थिर निवेश विकल्प है।

  • यदि आप हर साल 1.5 लाख रुपए निवेश करते हैं, तो 25 वर्षों के बाद कुल जमा राशि 1.03 करोड़ रुपए होगी।
  • PPF पर वर्तमान में 7.1% का सालाना ब्याज मिल रहा है।

PPF के लाभ:

  • सुरक्षित और स्थिर रिटर्न।
  • निवेश राशि और ब्याज टैक्स-फ्री।
  • आंशिक निकासी की सुविधा, जिससे इसे जरूरत पड़ने पर अधिक लिक्विड बनाता है।

 

कौन-सी योजना बेहतर है?

यह तय करना पूरी तरह आपकी वित्तीय स्थिति, निवेश का समय और जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है।

  1. लॉन्ग-टर्म और ऊंचा रिटर्न चाहते हैं?
    • NPS बेहतर है, क्योंकि इसका औसतन 10% रिटर्न, PPF की 7.1% ब्याज दर से अधिक है।
  2. सुरक्षित और स्थिर विकल्प चाहते हैं?
    • PPF सही है, क्योंकि यह सरकार द्वारा गारंटीड है और जोखिम से मुक्त है।
  3. लिक्विडिटी और निकासी की शर्तें:
    • NPS में निकासी सीमित है और इसमें लॉक-इन पीरियड लंबा होता है।
    • PPF में 15 साल के बाद आंशिक निकासी की सुविधा है, जो इसे अधिक लचीला बनाता है।