क्या LPG गैस की कीमतें आसमान छूएंगी? सिर्फ़ 16 दिनों का बचा है भंडार , ईरान-इज़रायल युद्ध से लगेगा बड़ा झटका
- byvarsha
- 23 Jun, 2025

PC: saamtv
भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाले 66 प्रतिशत एलपीजी सिलेंडर विदेशों से आयात किए जाते हैं। 95 प्रतिशत आपूर्ति सऊदी अरब, यूएई और कतर जैसे पश्चिम एशियाई देशों से होती है। ईरान और इजरायल के बीच चल रहे युद्ध ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है। इसका सीधा असर भारत में एलपीजी आपूर्ति पर पड़ रहा है। फिलहाल भारत में एलपीजी का भंडारण केवल 16 दिनों के लिए ही है।
केवल 16 दिनों के लिए पर्याप्त एलपीजी भंडारण
इकनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, देश भर में वर्तमान में एलपीजी भंडारण क्षमता के केवल 16 दिनों के लिए पर्याप्त सिलेंडर हैं। देश में करीब 33 करोड़ परिवार एलपीजी पर निर्भर हैं। इसलिए आने वाले दिनों में एलपीजी की कीमत में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
युद्ध के कारण आपूर्ति बाधित होने की संभावना
उद्योग अधिकारियों के अनुसार, ईरान की परमाणु सुविधाओं पर अमेरिकी हमलों ने वैश्विक तेल आपूर्ति को खतरे में डाल दिया है। इस युद्ध का एलपीजी गैस सहित ईंधन की कीमतों पर बड़ा असर पड़ने की संभावना है।
वैकल्पिक देशों से आयात संभव
अमेरिका, यूरोप, मलेशिया और अफ्रीका के कुछ देशों से एलपीजी आयात करने का विकल्प भी है, लेकिन इन देशों से गैस भारत पहुंचने में अधिक समय लगता है।
बिजली से खुद खाना बनाना
देश में केवल 1.5 करोड़ घरों में पाइप के जरिए पीएनजी के जरिए गैस की आपूर्ति होती है। इसलिए, यह विकल्प अधिकांश नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं है। साथ ही, केरोसिन का विकल्प भी लगभग खत्म हो चुका है। इसलिए, कुछ शहरों में एलपीजी की कमी के कारण बिजली पर खाना पकाना ही एकमात्र विकल्प बचा है।