
- NDA सीट बंटवारा: भाजपा-जेडीयू को बराबर 101-101 सीटें मिलीं
- महागठबंधन में मतभेद: आरजेडी और कांग्रेस के बीच अब भी खींचतान
- सौहार्दपूर्ण बैठक: दिल्ली में हुई एनडीए की मैराथन मीटिंग में फॉर्मूला तय
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक पारा चढ़ चुका है। एनडीए और महागठबंधन दोनों ही अपने-अपने गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे की गुत्थी सुलझाने में जुटे हैं। रविवार को दिल्ली में हुई एनडीए की अहम बैठक में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला आखिरकार तय कर लिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी और जेडीयू दोनों को बराबर 101-101 सीटें मिली हैं। वहीं, चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) को 29 सीटें, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम को 6 और जीतनराम मांझी की हम पार्टी को भी 6 सीटें दी गई हैं।

एनडीए की बैठक के बाद बीजेपी के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि “हमने सौहार्दपूर्ण माहौल में सीटों का वितरण पूरा किया। सभी दल एकजुट होकर बिहार के विकास के लिए काम करेंगे।”
दिलचस्प बात यह है कि इस बार एनडीए में ‘बड़े भाई-छोटे भाई’ की परंपरा खत्म कर दी गई है। बीजेपी और जेडीयू दोनों बराबर सीटों पर लड़ेंगी। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि अब कोई भी पार्टी ‘बड़े भाई’ की भूमिका में नहीं रहेगी।
इधर, महागठबंधन की तरफ से अब भी तस्वीर साफ नहीं हुई है। आरजेडी और कांग्रेस के बीच कुछ सीटों पर मतभेद बरकरार हैं। आज दिल्ली में दोनों दलों की बैठक हो सकती है, जहां अंतिम फार्मूले पर चर्चा होने की संभावना है।
चिराग पासवान ने एक्स (X) पर पोस्ट कर कहा, “हम एनडीए परिवार ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सीटों का बंटवारा पूरा कर लिया है।”