Debt Trap Alert: बढ़ती EMI और लोन की भरमार? जानिए कहीं आप भी तो नहीं फंस गए हैं कर्ज के जाल में!
- byrajasthandesk
- 05 Apr, 2025

नई दिल्ली – आज के समय में क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन और होम लोन जैसी सुविधाएं जितनी आसान लगती हैं, उतनी ही जोखिमभरी भी साबित हो सकती हैं। कर्ज लेना अपने आप में कोई गलत बात नहीं है, लेकिन जब यह आपकी आमदनी पर भारी पड़ने लगे, तो यह 'Debt Trap' यानी कर्ज के जाल में तब्दील हो जाता है।
🌀 कर्ज का जाल क्या है?
कर्ज का जाल तब बनता है जब व्यक्ति पुराने कर्ज को चुकाने के लिए नया लोन लेता है और यह सिलसिला थमता नहीं। धीरे-धीरे यह स्थिति वित्तीय और मानसिक रूप से बोझ बढ़ाने लगती है।
🔍 पहचानें कि आप कर्ज के जाल में हैं या नहीं:
- अगर आपकी EMI आपकी कुल इनकम का 50% से ज्यादा हो चुकी है।
- आप एक साथ कई तरह के लोन चुका रहे हैं।
- क्रेडिट कार्ड की लिमिट बार-बार फुल हो रही है और आप सिर्फ मिनिमम पेमेंट ही कर पा रहे हैं।
- आपकी आमदनी पूरी खर्च हो रही है, और बचत शून्य हो गई है।
- जरूरी खर्चों (किराया, राशन आदि) के लिए भी आपको उधार लेना पड़ रहा है।
यदि इनमें से 2 या उससे अधिक लक्षण आपकी स्थिति में मौजूद हैं, तो यह गंभीर चेतावनी है।
🧩 कैसे बचें कर्ज के चक्रव्यूह से:
👉 वास्तविकता स्वीकारें – सबसे पहले मानें कि आप वित्तीय संकट में हैं।
👉 पूरी फाइनेंशियल तस्वीर सामने रखें – सभी लोन और उनके ब्याज दरों की लिस्ट बनाएं।
👉 बजट बनाएं और फिजूलखर्ची पर ब्रेक लगाएं।
👉 सबसे महंगे ब्याज वाले कर्ज से शुरुआत करें।
👉 संभावना हो तो डेब्ट कंसोलिडेशन (सभी कर्ज को एक में बदलना) अपनाएं।
👉 बैंक से बातचीत कर EMI अवधि या ब्याज दर में राहत की मांग करें।
👉 जरूरत पड़े तो संपत्ति बेचकर कर्ज निपटाएं।
📌 याद रखें:
कर्ज खुद में बुरा नहीं होता, लेकिन जब वह आपकी ज़िंदगी को नियंत्रित करने लगे तो यह खतरनाक हो सकता है। सही समय पर समझदारी भरा फैसला आपको आर्थिक स्वतंत्रता दिला सकता है।