डोनाल्ड ट्रंप का खेल और भारतीय किसानों को होगा बड़ा फायदा, ये चीजें हो जाएंगी सस्ती

PC: saamtv

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने लगभग 200 खाद्य, कृषि और कृषि उत्पादों पर से कर हटा दिए हैं। दर्जनों खाद्य पदार्थों पर कर हटाने का ट्रंप का फैसला भारतीय किसानों और कृषि निर्यातकों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है। इससे भारत के चाय, कॉफी, मसालों और काजू निर्यात में सुधार की उम्मीद जगी है, जो हाल के महीनों में भारी दबाव में रहा है।

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) के महानिदेशक अजय सहाय के अनुसार, इस फैसले से भारत के 2.5-3 अरब डॉलर के निर्यात को सीधा फायदा होगा। उनका कहना है कि भारतीय कंपनियां अब प्रीमियम और मूल्यवर्धित उत्पादों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगी, जिससे उन्हें बेहतर कीमतें और स्थिर मांग मिलेगी।

भारतीय निर्यात में 12% की गिरावट का अनुमान

सरकारी अधिकारियों का मानना ​​है कि यह कदम भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। सितंबर 2025 में आयात शुल्क बढ़ाए जाने के बाद से अमेरिका को भारतीय निर्यात में लगभग 12% की गिरावट आई है। अमेरिका को भारत का कृषि निर्यात, जो 2024 में कुल 5.7 अरब डॉलर था, इस गिरावट से विशेष रूप से प्रभावित हुआ है।

गुणवत्ता संबंधी चुनौतियाँ

हालाँकि, कुछ विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि ये लाभ सीमित ही रहेंगे। टमाटर, खट्टे फल, केले और जूस जैसे कई खाद्य पदार्थों पर आयात शुल्क अब हटा दिया गया है, जिनमें भारत कमज़ोर है। इसके अलावा, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे देशों से कड़ी प्रतिस्पर्धा, ऊँची माल ढुलाई दरें और अमेरिकी बाज़ार में कड़े गुणवत्ता मानक चुनौतियाँ पेश करेंगे।

इस कदम से भारतीय किसानों को राहत मिल सकती है।

हालाँकि, मसालों और विशिष्ट बागवानी उत्पादों में भारत की स्थिति मज़बूत होने की उम्मीद है। निर्यातकों का कहना है कि इस कदम से अमेरिकी बाज़ार में खोई हुई माँग में से कुछ वापस आ सकती है और भारतीय किसानों को राहत मिल सकती है।

किस क्षेत्र को सबसे ज़्यादा फ़ायदा होगा?

1. प्रसंस्कृत खाद्य क्षेत्र: लगभग 50 प्रकार के प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद - जिनका कुल निर्यात मूल्य पिछले वर्ष 491 मिलियन डॉलर अनुमानित था - को इस कदम से सबसे अधिक लाभ होने की उम्मीद है। शुल्कों में कमी से ये उत्पाद अमेरिकी बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बनेंगे।

2. मसाले: 359 मिलियन डॉलर मूल्य के भारतीय मसाले इस राहत के अगले प्रमुख लाभार्थी होंगे। अमेरिकी बाजार में इनकी मांग पहले बढ़े हुए शुल्कों से प्रभावित हुई थी।

3. फल और मेवे: नारियल, अमरूद, आम, काजू, केला, सुपारी और अनानास सहित 48 प्रकार के फल और मेवे भी इस कटौती से लाभान्वित होंगे। हालाँकि उनका कुल निर्यात केवल 55 मिलियन डॉलर था, लेकिन शुल्कों के हटने से अमेरिकी बाजार में उनकी उपस्थिति मजबूत होने की संभावना है।