Offbeat: आखिर कहाँ है ये मंदिर जिसमें रोते हैं भगवान, पांडवों ने करवाया था निर्माण

PC: Navbharat Times - Indiatimes

महाभारत और पांडवों से जुड़ी कई कहानियां प्रचलित है और एक ऐसी ही कथा के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। दरअसल एक दिन पांडवों ने अपने सपने में देवी दुर्गा को देखा।

मां ने कहा कि अगर वे सभी सुरक्षित रहना चाहते हैं तो नगरकोट गांव में मंदिर बनाएं।  इसके बाद पांडवो ने उसी रात  हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में नगरकोट गांव में एक शानदार मंदिर बनवाया।

ये भी कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर को 51 भागों में काटा था, उस दौरान उनका स्तन यहाँ गिरा।

श्री बज्रेश्वरी माता मंदिर में भैरव बाबा की भी प्रतिमा है और ये 5 हजार साल पुरानी प्रतिमा है। कहा जाता है कि भैरव बाबा की इस प्रतिमा से आंसू गिरते हैं।

प्रतिमा से आंसू गिरने को पुजारी और लोग अपशकुन मानते हैं। कहा जाता है कि ये आंसू किसी आपदा के आने का संकेत देते हैं। इसलिए जब भी प्रतिमा से आंसू गिरते हैं तो विशेष पूजा पाठ शुरू हो जाता है.