Rajasthan: पंचायत निकाय चुनावों में देरी को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर उठाएं सवाल, अंता चुनाव परिणाम से डरी सरकार

इंटरनेट डेस्क। राजस्थान में पंचायत-निकाय चुनाव कब होंगे और कब नहीं अभी तक तो यह कर्न्फम नहीं हुआ हैं, लेकिन इन चुनावों को लेकर बयानीबाजी का दौर चरम पर है। प्रदेश की बीजेपी की भजनलाल सरकार पहले अक्टूबर-नवंबर और फिर दिसंबर-जनवरी में पंचायत-निकाय चुनाव कराने की बात कर रही थी, लेकिन अब वह अप्रैल-मई में चुनाव की बात कर रही है। पंचायत चुनाव की बदलती तारीख पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सवाल उठाएं हैं

क्या कह रही कांग्रेस
मीडिया रिपोटर्स की माने तो विपक्ष ने अब सरकार की चुनाव करवाने की मंशा पर ही सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। विपक्षी पार्टी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि अंता उपचुनाव के नतीजों में जनता ने सरकार को स्पष्ट संदेश दे दिया है, भाजपा अंता चुनाव परिणामों से डरी हुई है।

क्या कह रहे विपक्ष के नेता
विपक्ष का आरोप है कि केंद्र सरकार ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ कराने के साथ ‘वन स्टेट वन इलेक्शन’ भी कराना चाह रही है। यही वजह है कि राजस्थान में कमोबेश सभी पंचायत समितियों, जिला परिषद सदस्य और नगर निकाय में जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी चुनाव नहीं करवाए जा रहे हैं। राजस्थान में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार पर जानबूझकर इन्हें लटकाने का आरोप लगाया।

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