डॉक्टर बिटिया के हैवान संजय रॉय ने जेल में पहुंचते ही जेलर से कर दी इस चीज की डिमांड, जानकर उड़ जाएंगे आपके होश

pc: indianews

कोलकाता के सियालदह की एक सत्र अदालत ने आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, जिसमें रॉय पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में अपनी रात की पाली के बाद एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार करने और उसकी हत्या करने का आरोप था। सत्र न्यायाधीश अनिरबन दास ने कहा कि मामला "दुर्लभतम से दुर्लभ" श्रेणियों में नहीं आता है।

संजय रॉय को कोलकाता की प्रेसिडेंसी जेल में रखा गया है। इस जेल में पहुंचते ही जेलर ने संजय रॉय के लिए नियमों में कुछ बदलाव किया है। यह बदलाव दोषी संजय रॉय की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। जेल में आने के बाद ही संजय रॉय ने जेल अधिकारियों से पहली मांग भी की है।

संजय ने क्या माँगा?

जेल अधिकारियों ने बताया है कि आजीवन कारावास की सजा पाने वाले कैदियों को दिन में अपने सेल से बाहर रहने के लिए ज्यादा समय मिलता है, जबकि विचाराधीन कैदियों को ऐसी सुविधा नहीं मिलती। लेकिन संजय रॉय के मामले में वे कोलकाता दुष्कर्म मामले में दोषी की सुरक्षा जोखिम को देखते हुए नियमों में बदलाव करने जा रहे हैं। वहीं संजय रॉय ने मंगलवार को अपनी पहली मांग रखी। रॉय ने एक नोटबुक और एक पेन मांगा है।

कुछ घंटे के लिए बाहर रहा संजय रॉय
संजय रॉय को मंगलवार को पहली बार कुछ घंटों के लिए अपने बंद सेल से बाहर निकलने की अनुमति दी गई, क्योंकि उनका दर्जा विचाराधीन कैदी से आजीवन कारावास की सजा वाले कैदी में बदल दिया गया था। रॉय को सेल 6 में अकेले रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि उन पर 24×7 निगरानी रखी जाएगी।  रॉय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट दोनों में मामले चल रहे हैं, इसलिए जेल अधिकारी उनकी सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते।