Jokes: एक लड़की जब रोज़ अपने कॉलेज से वापस आती तो एक लड़के को रोज़ अपने घर के बाहर खडा हुआ देखती, ऐसा रोज़ होता था, और एक साल बीत गया, पढ़ें आगे..

Joke 1:

मास्टर ने पूछा- कविता और निबंध मैं क्या अंतर है?

स्टूडेंट- प्रेमिका के मुंह से निकला एक शब्द भी कविता होता है

और..

पत्नी का एक ही शब्द निबंध के समान होता है.

मास्टर के आंख में आंसू आ गए और गला भर आया.

उन्होंने उस लड़के को क्लास का मानीटर बना दिया.

Joke 2:

अमेरिका में जब कोई बीमार पड़ता है तो

लोग कहते हैं- गेट वेल सून.

इंग्लैंड में कहते हैं- विशिंग फॉर स्पीडी रिकवरी.

भारत में जब कोई अस्पताल में भर्ती होता है तो

शुभचिंतक कहते हैं- इसी बीमारी से मेरे चाचा

तड़प-तड़प कर मर गए थे.

Joke 3:

एक लड़की जब रोज़ अपने कॉलेज से वापस आती तो एक लड़के को रोज़ अपने घर के बाहर खडा हुआ देखती। 
ऐसा रोज़ होता था, और एक साल बीत गया, वह लड़का रोज़ उसे अपने घर के सामने खड़ा नज़र आता।

वो कुछ नहीं कहता था और बस कभी आगे पीछे और कभी अपने मोबाइल फ़ोन को देखता रहता। 
वक्त के गुजरने की साथ लड़की को विश्वास हो चला था की लड़का उसे चाहता है।

एक दिन लड़की ने हिम्मत कर के उसके पास जाकर पूछ लिया,”तुम रोज़ मेरे घर के बाहर क्यों खड़े रहते हो? 
लड़का घबरा कर- बहन, वह क्या है की तुम्हारे Wi-Fi पर पासवर्ड नहीं लगा हुआ है, तो मैं तो वो इस्तेमाल करने आता हूं।

Joke 4:

कौरव और पांडव बीच बड़ा ही घमासान युद्ध चल रहा था कि तभी दुर्योधन की नज़र पांडवों के पीछे खड़े आदमी पर पड़ी।

दुर्योधन- चल यार युधिष्टिर बाय यार हमने नहीं लड़ना तुम्हारे साथ।

युधिष्ठिर- क्या हुआ?

दुर्योधन- नहीं यार बस बाय, ले यार तू अपना हस्तिनापुर भी वापस ले ले, और द्रौपदी भाभी से हम खुद जाकर सॉरी कह देंगे, हमने नहीं लड़ना तुम्हारे साथ, तू खुश रह।

युधिष्ठिर- अरे रुक तो सह,  यार दुर्योधन भाई नहीं है तू मेरा बता तो सही हुआ क्या?


दुर्योधन- कुछ नहीं यार भाई बात ही खत्म, ना कोई चिंता ना कोई फ़िक्र मज़े ही मज़े।


युधिष्ठिर-नहीं पहले बता प्लीज़, तुझे मेरी कसम क्या हुआ बता ना?

दुर्योधन-बस रहने दे यार, ज़रा सी बात थी और तूने रजनीकांत को बुला लिया।

Joke 5:

एक बच्चा गायब हो गया। किसी ने उसकी फोटो व्हाट्सएप पर डाल दी ताकी उसे ढूंढा जा सके।

शाम तक बच्चा वापस आ गया, लेकिन एक साल हो गए और आज भी बच्चे की फोटो फॉर्वर्ड हो रही है।

जब भी बच्चा शाम को  घर से बाहर निकलता है उसे फिर से घर में पहुंचा दिया जाता है।